Sunday 28 December 2014

कैसे भूल जाऊं बचपन में खेली धूल

कैसे  भूल  जाऊं  बचपन में खेली धूल 
                                      कैसे भूल जाऊं आँगन कि थी फूल।  
कैसे भूल जाऊं माँ तेरा प्यार भरा बुलाना 
                    कैसे भूल  जाऊँ पापा का मुझे रोते देख हसाना । १। 
कैसे भूल जाऊं भाई बहनों का संग बितांना 
                    कैसे भूल जाऊं दादी माँ  के हाथ से दूध दही मठठे का खाना। 
कैसे भूल जाऊं बाबा की अच्छी अच्छी बातें सिखाना 
                                कैसे भूल जाऊं चाचा का कपड़ो में नुक्श निकालना ।२। 
कैसे भूल जाऊं चाची का बच्ची कहके बुलाना 
                                कैसे भूल जाऊँ छोटे बच्चों का प्यार से लिपट जाना 
क्या फिर न लौट के आयेगा वो प्यारा बचपन दुबारा ..................................... । 

No comments:

Post a Comment